डेंटिस्ट से लेकर हाईकोर्ट के वकील तक, कैसा है एड. गुणरत्न सदावर्ते का नांदेड़ से मुंबई तकका सफर? विस्तृत पढ़ें
सलाह गुणरत्न सदावर्ते। सदावर्ते मराठा आरक्षण के खिलाफ अपनी कानूनी लड़ाई को लेकर पिछले कुछ सालों से चर्चा में हैं। तब से वे एसटी कार्यकर्ताओं के आंदोलन को लेकर सुर्खियों में हैं। सदावर्ते के हाईकोर्ट में वकील बनने तक नांदेड़ से मुंबई तक का सफर शायद आप नहीं जानते होंगे। हम आपको उनके अब तक के सफर के बारे में विस्तार से बताएंगे।
जोड़ें। गुणरत्न सदावर्ते नांदेड़ की रहने वाली हैं। उनका जन्म नांदेड़ के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। वह नांदेड़ के सोमेश कॉलोनी के रहने वाले हैं। सदावर्ते के पिता एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी थे। जोड़ें। गुणरत्न सदावर्ते और डॉ. राजरत्न सदावर्ते सेवानिवृत्त सदावर्ते के पुत्र हैं। गुणरत्न सदावर्ते हाईकोर्ट में वकील हैं और उनके भाई डॉ. राजरत्न सदावर्ते मुंबई में एक डॉक्टर हैं।

सलाहकार नेहरू इंग्लिश स्कूल, नांदेड़ में। गुणरत्न सदावर्ते ने अपनी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा दसवीं कक्षा तक पूरी की। इसके बाद उन्होंने साइंस कॉलेज, नांदेड़ में अपनी कॉलेज की शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने औरंगाबाद के मिलिंद कॉलेज में बीडीएस मेडिकल एजुकेशन, एलएलबी और एलएलएम पूरा किया। उन्होंने भारतीय संविधान में पीएचडी की है। जोड़ें। गुणरत्न सदावर्ते ने 1999 में गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल अस्पताल, नांदेड़ में एक वर्ष के लिए डॉक्टर के रूप में काम किया।
जोड़ें। गुणरत्न सदावर्ते की पत्नी जयश्री पाटिल मुंबई हाई कोर्ट में वकील हैं। उनके ससुर डॉ. लक्ष्मण पाटिल हैं, जो माहूर के एक स्वतंत्रता सेनानी हैं। चाइल्ड हीरो अवार्ड प्राप्त करने वाली जेन सदावर्ते और जोनाह दो बेटियां हैं। सदावर्तन 2002 से मुंबई उच्च न्यायालय में वकालत कर रहे हैं। मराठा आरक्षण, सेंट जॉर्ज छात्र आंदोलन, अनिल देशमुख मनी लॉन्ड्रिंग, एसटी निगम कर्मचारी विलय, के। आदि। एम, जे जे अस्पताल कर्मचारी आंदोलन उन्होंने विभिन्न नामांकित और विवादास्पद मामलों में वकालत की।गुणरत्न सदावर्ते : डेंटिस्ट से लेकर हाईकोर्ट के वकील तक, कैसा है एड. गुणरत्न सदावर्ते का नांदेड़ से मुंबई का सफर? विस्तृत पढ़ें